Manohar Parihar, Pali +91 9950665634

Blog

श्री आईजी की जीवनी कि प्रमाणिकता
आईमाता जी की जीवनी

श्री आईजी की जीवनी कि प्रमाणिकता

श्री आईजी या आईजी महाराज की जीवनी को प्रमाणिकता से जानने के लिए अनेक विद्दजनों , भक्तो , इतिहासकारों , संतो, समाज सुधारको ने प्रेरित प्रयास किया । हिन्दू धर्म दर्शन में श्रुति का आधार भी आईजी के जीवन के बारे में हमें सही जानकारी व आनंद प्राप्ति का स्त्रोत प्राप्त होता है । श्री आई माता का संक्षिप्त इतिहास लेखक नारायरणराम लेरचा ने उनकी पुस्तक प्रष्ठ संख्या 9 पर श्री आईजी की पारिवारिक प्रष्ठभूमि के बारे खोज पूर्ण तथ्य प्रस्तुत किया है , “ राजस्थान की सीमावर्ती जिले बाड़मेर के बालोतरा कस्बे से 8 मील की दूरी पर प्राचीन काल में खेड़ नामक राज्य था । खे‌ड़ का प्राचीन और ऐतिहासिक नाम श्री पुर था , जो मारवाड़ परगने की विख्यात राजथानी थी । उस समय खेड़ राज्य के अधीन 560 गॉव थे । मगर कालान्तर में लड़ाइयो और झंझावतों को सहता हुआ खेड़ राज्य  छिन्न- भिन्न होकर उज‌ड़ गया । खेड़ के उजड़ने के बाद भी वहॉ संवत&nbs...
आईमाता_सर्कल की स्वीकृति प्रदान की गई
विशेष, समाचार

आईमाता_सर्कल की स्वीकृति प्रदान की गई

पाली विधायक माननीय ज्ञानचंद जी पारख एवं सभापति महोदय महेंद्र जी बोहरा दारा सीरवी समाज पाली को #आईमाता_सर्कल की स्वीकृति प्रदान की गई।माननीय विधायक महोदय का स्वागत करते समाज के पाली सीरवी समाज सेवा समिति के पदाधिकारी एवं युवा मंडल पाली के कार्यकर्ता। [URIS id=385]
श्री आई माताजी मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम के पूर्व वेवस्थाओ का जायजा लेने के लिए
समाचार

श्री आई माताजी मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम के पूर्व वेवस्थाओ का जायजा लेने के लिए

मध्यप्रदेश । ग्राम बोरुद जिला धार मध्यप्रदेश में 1 फरवरी से 7 फरवरी 2018 तक श्री आई माताजी मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम के पूर्व वेवस्थाओ का जायजा लेने के लिए अखिल भारतीय सीरवी महासभा मध्यप्रदेश के प्रान्तीय अध्यक्ष आदरणीय मनोहरलाल जी मुकाती साहब के साथ बड़वानी जिले के जिलाध्यक्ष मुकैश जी चौधरी महासचिव गोविंद जी भायल, बड़वानी के वरिस्ठ सकल पंच,रामलालजी मूकाती, धनालाल जी मुकाती बद्रीलाल जी चोयल, राधेशयाम जी मूकाती जाजमखैडी, प्रदेश मीडिया प्रभारी कैलाशजी मूकातीVIP मनावर, तहसील अध्यक्ष अशोक जी राठोर सिंघाना,महा सचिव राजेन्द्र जी लचेटा मैताखेडी, कैलाश जी लचेटा तहसील उपाध्यक्ष बोरूद,जिला मिडीया प्रभारी गोपाल बर्फा सिंघाना, से कमल जी मुकाती सिंघाना,लक्ष्मण जी काग,हीराजी पटेल मेताखेड़ी, एवं सीरवी समाज सकल पंच व समस्त ग्रामवासी बोरुद अध्यक्ष बाबूलाल जी बर्फा गांगाजी सेठ राजेन्द हममड,...
समाचार

बालिका दिवस विशेष श्री आईजी विद्या मंदिर की 76 बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार

बिलाडा़ । नगर की अग्रणी शिक्षण संस्था श्री आईजी विद्या मंदिर सीनियर माध्यमिक विद्यालय, बिलाड़ा की 76 बालिकाओं को बालिका दिवस विशेष-बसंत पंचमी पर गार्गी पुरस्कार व बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। संस्था प्रधान मोहनलाल आगलेचा ने बताया कि सोमवार को राबाउमावि, बिलाड़ा के प्रांगण में आयोजित हुए ब्लाक स्तरीय गार्गी पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान विद्यालय की 15 छात्राओं को प्रथम किस्त व 26 छात्राओं को द्वितीय किस्त के रूप में तीन-तीन हजार रूपये के चैक व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इनके साथ ही बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार के तहत विद्यालय के विज्ञान वर्ग की 21 तथा कला वर्ग की 14 बालिकाओं को पांच-पांच हजार रूपये के चैक व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर नगरपालिका अध्यक्ष मनोहरसिंह हाम्बङ, बिलाङा प्रधान सुमित्रा विश्नोई, उपखंड अधिकारी कंचन राठौड़, विकास अधिका...
माही बीज महोत्सव बडे ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया पाली शहर की झलकियाँ
विशेष, कार्यक्रम

माही बीज महोत्सव बडे ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया पाली शहर की झलकियाँ

सीरवी समाज सेवा समिति की ओर से माही बीज जोश और उत्साह के साथ मनाई गई बीज को लेकर महात्मा गांधी कॉलोनी स्थित आई माता मंदिर से अलसुबह वैदिक मंत्रोचार के साथ विधि विधान से माता जी की विशेष आरती की गई। इसके बाद सैकड़ों महिलाओं एवं युवाओं ने सिर पर कलश धारण कर गाजे बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली जो सिंधी कॉलोनी सत्य नारायण मार्ग सराफा बाजार सोमनाथ मंदिर सूरजपोल नहर रोड होते हुए सीरवी किसान छात्रावास पर पहुंचकर संपन्न हुई। इस दौरान महिलाओं ने मंगल गीतों का गायन करते हुए और युवा भजन मंडली होने आई माता के जयकारे लगा कर माहौल भक्तिमय बना दिया कई। युवाओं ने करतब दिखा कर लोगों में जोश भर दिया। शोभायात्रा के सत्यनारायण मार्ग पर पहुंचने पर खींवराज होम्बर,रामलाल सोलंकी, धर्मेंद्र सोलंकी,मोहनलाल कानाराम,घीसुलाल राठौर स्वरूपराम, राजाराम सहित समाज बंधुओं द्वारा कई स्थानों पर शोभा यात्रा का भव्य स्...
माघ सुदी बीज का दिन ही सर्वश्रेष्ठ क्यो ?
विशेष

माघ सुदी बीज का दिन ही सर्वश्रेष्ठ क्यो ?

माघ सुदी बीज दीवान पद्द विराजे : इस प्रकार जीवण सीरवी के बिलाड़ा के कर्ता – धर्ता बनने के पश्चात्‌ माधव व उसकी पत्नियों द्दारा श्री आईजी की मनोयोग से सेवा करने से उनका जीवन सफल एंव सुखद बन गया । संवत्‌ 1538 में जीवण सीरवी के निधन के पश्चात्‌ माधव में वैराग्य की बाढ़ आ गई । माधव का जीवन भक्तिमय हो गया । अज्ञानी व दु:खी लोगो के कल्याण की उत्कंठ इच्छा माधव के मन मे जाग्रत हुई । माधव अब पूर्ण रूप से संत माधवजी बन गए । माधवजी ने श्री आईजी से मारवाड़ व मेवाड़ राज्य के विभन्न गांवो में साक्षात्‌ पधारकर दु:खी व अज्ञानी लोगों के दुख दर्द को हरने का करबद्द निवेदन किया ।  श्री आईजी की रथ यात्रा माधवजी में जगे इस अलौकिक प्रकाश से श्री आईजी बहुत प्रभावित हुई  । श्री आईजी अब दैहिक रुप से बूढ़े हो गए थे अत: इतना पैदल चलना संभव नहीं था अत: श्री आईजी की  आज्ञानुसार माधवजी ने समयानुसार एक सुन्दर , आकर्षक व  मज...
भाकरवास में चल रही द्वितीय अखिल भारतीय सीरवी समाज खेलकूद प्रतियोगिता का समापन
खेल - कुद

भाकरवास में चल रही द्वितीय अखिल भारतीय सीरवी समाज खेलकूद प्रतियोगिता का समापन

अखिल भारतीय सीरवी समाज खेलकूद प्रतियोगिता का समापन अखिल भारतीय सीरवी समाज महासभा एवं सीरवी परगना चेरिटेबल ट्रस्ट जैतारण के तत्वावधान में आयोजित भाकरवास गांव के सीरवी इंटरनेशनल स्कूल में द्वितीय अखिल भारतीय सीरवी समाज खेलकूद प्रतियोगिता का शनिवार को समापन हुआ। सीरवी समाज खेलकूद प्रतियोगिता में 2 हजार 96 खिलाडिय़ों ने इस खेलकूद प्रतियोगिता भाग लिया। समापन समारोह को संबोधित करते हुए सीरवी समाज धर्मगुरु दीवान माधोसिंह ने कहा कि खेलों में आपसी प्रेम सौहार्द्र के साथ मानसिक विकास होता है। उन्होंने कहा कि आपसी सामंजस्य के लिए एेसे आयोजनों का होना जरूरी है। केंद्रीय राज्यमंत्री पीपी चौधरी ने कहा कि खेलों में हार से निराशा नहीं हो बल्कि भविष्य में जीत लेने का संकल्प लेकर कोशिश करे। उन्होंने कहा कि इस खेलकूद प्रतियोगिता में अनुशासन की भावना रख देश का नाम रोशन करे। आयोजन समिति के रमेश सोलंकी पा...
सीरवी समाज एक नजर में
इतिहास, राजनेतिक

सीरवी समाज एक नजर में

सीरवी समाज की उत्पत्ति लगभग 800 वर्ष पूर्व सीरवी एक जाति है जो आज से लगभग 800 वर्ष पुर्व से ही गोडवाड़ एवं मारवाड़ क्षेत्रों में रह रही है। कालान्तर में यह जाति राजस्थान के जोधपुर और पाली जिले में कम संख्या में पाई जाती थी । सिरवी समाज का इतिहास वर्तमान तो सदैव मनुष्य के नेत्रों के सम्मुख रहता ही है, जिसके सहारे वह भविश्य की भी कल्पनाऐ करता रहता है लेकिन जब उसे अतीत की ओर झांकना पड़ता है, तब उसे इतिहास नामक आश्रय की शरण में जाना पड़ता हैं। किसी भी जाति-धर्म, भाशा-सभ्यता, संस्कृति व देष के अतीत के उत्थान-पतन को हम इतिहास के आइने मे ही देख सकते है। बोली घटनाओं का सच्चा वृतान्त ही इतिहास है। सबसे ज्यादा 3 लाख मतदाता सीरवी समाज कौम में, व्यापार जगत में पूरे देश में नाम कमा रहा सीरवी समाज का युवा ।  सीरवी समाज मूल रूप से कृषक कौम है। वर्तमान में पूरे देश में अपने व्यापार की वजह से का...
सीरवी खेल महाकुंभ | जैतारण में जिले के सबसे बड़े सीरवी समाज की अब तक की सबसे बड़ी प्रतियोगिता
खेल - कुद

सीरवी खेल महाकुंभ | जैतारण में जिले के सबसे बड़े सीरवी समाज की अब तक की सबसे बड़ी प्रतियोगिता

देशभर से पहुंचे 357 टीमों के 2096 खिलाड़ी | हर टीम में प्रवासी सीरवी समाज बंधुओं का दबदबा । जिले में अपने राजनीति दबदबा तथा सबसे बड़े सीरवी समाज को एकजुट रखने तथा सामाजिक स्तर पर मेलजोल बढ़ाने की परिभाषा भाकरवास गांव में हो रहे सीरवी खेल महाकुंभ में साकार हो रही है। देशभर से समाज बंधु अपने व्यापार तथा नौकरी से छुट्टी लेकर 4 दिनों से कई खेलों में अपनी प्रतिभा को आजमा रहे हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है। सीरवी समाज की 26 खेलों के लिए होने वाली प्रतियोगिता में शिरकत करने के लिए पूरे देश से 900 टीमों में 3000 खिलाड़ी पहुंचे हैं। इनमें प्रवासी राजस्थानी ज्यादा है। टीमों की आवभगत तथा उनकी व्यवस्थाओं में समूचे जिले के सीरवी समाज बंधु जुटे हुए हैं। सीरवी समाज में क्षेत्रीय स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं का होना तो आम बात है। मगर देश के हर भाग में रहने वाले सीरवी समाज को एक ही स्थान पर प्रतियोगिताओं के ल...