बेंगलूरु के सुंकदकट्टे आई माता मंदिर में सीरवी समाज के सहयोग से श्रीराम सेवा समिति के तत्वावधान आयोजित श्रीराम कथा महोत्सव के पांचवें दिन कथावाचक पंडित पवनजी महाराज ने सीता स्वयंवर तथा लक्ष्मण-परशुरामजी के संवाद का वर्णन किया। इस अवसर पर माता सीता व प्रभु श्रीराम की झांकी के साथ नाचते गाते हुए श्रोताओं ने विवाह प्रसंग का आंनद लिया।