बिलाड़ा | लगभग एक हजार साल पुराने बरगद के पेड़ की शाखाएं लगातार टूट कर गिरती जा रही हैं। जड़ों में दीमक लगने से बरगद की जड़ें खोखली हो गई, इस कारण जड़ों से टूट कर गिरने लगा है। बरगद का ये पेड़ पिछले कई दिनों से लगातार टूट रहा है। वहीं क्षेत्रवासियों ने बरगद के पेड़ को गिरता देख उसके पास ही बरगद का पौधा लगाया व उसकी सुरक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था भी की गई व नियमित पानी भी क्षेत्रवासियों द्वारा पिलाया जा रहा है। इस बरगद के पेड़ का धार्मिक महत्व भी है। यहां पर कई कार्यक्रम भी आयोजित होते है व महिलाओं द्वारा कई पर्वों पर पूजा-अर्चना की जाती है। इसके नीचे माताजी की मूर्ति भी स्थापित है। |