जैतारण/सीरवी समाज के धर्मगुरु एवं पूर्व काबिना मंत्री दीवान माधोसिंह ने कहा की व्यक्ति को हमेशा धर्म की राह पर चलना चाहिए, अधर्म पर चलने वालो का हमेशा पतन ही हुआ है। उन्होंने कहा आधुनिकता के इस दौर मे हम धर्म को भूलकर पश्चिमी संस्कृति पर चलने लगे है जो हमारे लिए घातक है। इससे पहले दीवान साहब ने माँ आईजी की आरती व् स्तुति के पश्चात अपने प्रवचन में बच्चों को अच्छी शिक्षा देने और संस्कारवान बनाने के लिए घर में धार्मिक वातावरण होने की बात कही। समाज के लोगों को आईमाता के बेल के नियमों का पालन करने और बड़े-बुजुर्गों का सम्मान करने की बात बताई। इससे बच्चों को भी सिख मिलेगी। धर्म के मार्ग पर चलने की बात सभी को बताई।
श्री दीवान ने यह विचार बुधवार को जैतारण तहसील के ग्राम जनासनी/सांगावास में स्थित श्री आईमाता मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव की प्रथम वर्षगांठ कार्यक्रम मे व्यक्त किये। उन्होंने कहा की जिसने धर्म को समझकर धर्म की राह पर चलना सीख लिया वो व्यक्ति अपने जन्म का उदार कर लिया। इस विशाल धार्मिक आयोजन को ऐतिहासिक रूप से सफल एवं यादगार बना दिया। इससे पहले दीवान के कार्यक्रम मे पहुंचने पर सीरवी राठौड़ परिवार व्दारा उनकी अगवानी कर शाही परम्परागत रूप से स्वागत किया। इस कार्यक्रम मे देश के विभिन्न राज्यों में बसे प्रवासी राठौड़ भगत परिवार के सदस्यों ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया और अपनी सक्रीय भागीदारी निभाई। दो दिनों तक चलने वाले इस धार्मिक कार्यक्रम में इसके पहले 8 मई को आईमाता का धर्म रथ (बैल) का बधावा एवं शोभा यात्रा सायं 6 बजे रवाना हुई जो सायं 7 बजे आईमाता मंदिर पहुंची इस दौरान पूरा माहोल जय जय करों में गुंजायम हो गया। सायं 9 बजे आईमाता मंदिर परिसर में भजन संध्या का आयोजन किया गया। आईमाता मन्दिर परिसर में आईमाताजी की पूजा-अर्चना के बाद शुभारंभ गणपति वंदना से हुआ। भजन कलाकारों ने माताजी के के भजन प्रस्तुत किये एक से बढकर एक सुदंर भजनो की मनमोहक प्रस्तुती दी। देर रात तक चले आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की।
बुधवार को धर्म सभा का कार्यक्रम में दिवान माधवसिंह ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा की आज से 500 सो साल पहले माताजी द्वारा बनाये गए नियमो की पालना करनी चाहिए । इस अवसर पर सीरवी समाज जनासनी के कोटवाल हनुमान राम राठौड़ जमादारि भवर लाल गोपाराम राठौड़ रतन लाल राठौड़ पूना बाबाजी साँगावास ग्राम के सरपंच संग्राम चौधरी गुनाराम सौलंकी सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्तिथ थे। कार्यक्रम मे राठौड़ परिवार द्वारा धर्मगुरु को नजराना भेट किया जिसे दीवान साहब ने भेटकर्ताओ को पुन लोटा दिया। सभी अतिथियों का स्वागत राठौड़ परिवार की और से साफा एवं माला द्वारा गया। इस मौके पर राठौड़ परिवार की और से पधारे हुए सभी मेहमानो के लिए भोजन-प्रसाद की व्यवस्था भी रखी गयी। अंत में हनुमानजी राठौड़ ने राठौड़ परिवार की और से सबका आभार व्यक्त किया।
प्रेषक -: सीरवी समाज डॉट कॉम मैसूरु के प्रतिनिधि मनोहर सीरवी राठौड़ संपर्क 9964119041