बिलाड़ा, 19 मार्च सीरवी नवयुवक मंडल बढेर और ग्राम इकाई बिलाड़ा के नेतृत्व में श्री आई माताजी के बेल का बधावणा उत्साह पूर्वक किया गया। बिलाडा में चेत्र सुदी बीज के उपलक्ष्य में शोभायात्रा में बिलाड़ा, भावी, अटबड़ा, पिचियाक, जेलवा समेत आस पास क अनेकों गांवों से आये नृतको ने ढोल एवं थाली की थाप पर राजस्थान का पारंपरिक गैर नृत्य प्रस्तुत कर माहौल को एक नई ऊर्जा प्रदान की। शोभायात्रा की शुरुआत आई माताजी के मंदिर प्रांगण से की गई। गैर नृतको के पीछे नवयुवको, युवतियों, बालक बालिकाओं और महिलाओं ने पूरे रास्ते डीजे पर माताजी के सुंदर भजनों पर जोश के साथ नाचते हुए चल रहे थे। इनके पीछे नवयुवक मंडल बढेर की तरफ से परम्परागत जहाज के आकार की सुसज्जित झांकी चल रही थी जिसके चालक तारू सिंह परिहार परम्परागत वेशभूषा में मौजूद थे। नवयुवक मण्डल ग्राम इकाई की तरफ से जीवित झांकी द्वारा श्री आईमाता जी द्वारा मुगल बादशाह की मान मर्दन का चित्रण किया गया। इसके पीछे महिलाये कलश लिए हुए मंगल गीत गा रही थी। शोभायात्रा द्वारा माताजी के धर्म रथ को सोजती गेट पर स्वागत सत्कार पूर्वक बधावणा किया गया। इस अवसर पर संजय राठौर, राकेश परिहार, डॉ दिनेश सोलंकी, देवीसिंह भीवराज, जितेंद्र सिंह राठौर,माधव सिंह राठौर, भूपेंद्र गारिया,माधव सिंह भायल, महेंद्र सिंह राठौर, गोपाल भायल, गोविंद रोबड़ी, सी आर चौधरी, जगदीश बर्फा,सुनील गारिया, रविन्द्र परिहार, लिखमाराम गहलोत, चिमन सिंह, सुरेश पेंटर, राजेश भायल, सुरेश रामावत, मोहन सिंह गारिया, मोहन लाल भायल, दिलीप भायल, संजय पंवार, जितेंद्र परिहार, राजेन्द्र पंवार, धर्मेंद्र देवड़ा, सचिन , गोविंद लेरचा,मैना देवी, सुमित्रा देवी, मुन्नी देवी, कमला, रेखा, विमला, निर्मला, भंवरी देवी मौजूद थे।